क्या पता कब आखिरी पल जियो तुम ! क्या पता कब आखिरी पल जियो तुम !
टूटते सपने हौसलों को नई उड़ान देते हैं। जिंदगी जीने का हुनर सिखा देते हैं। टूटते सपने हौसलों को नई उड़ान देते हैं। जिंदगी जीने का हुनर सिखा देते हैं।
मुझे जो भी मिला मुझे बदलना चाहा। अपने रंग में मुझे ढालना चाहा। मुझे जो भी मिला मुझे बदलना चाहा। अपने रंग में मुझे ढालना चाहा।
कहानी जो आज भी जीवंत है कहानी जो आज भी जीवंत है
कुछ मुकम्मल ख्वाब, पर अधूरे होने पर नाज़ भी हैं, उस पुरानी डायरी की धूल की कसम, आहटें आज भी हैं। कुछ मुकम्मल ख्वाब, पर अधूरे होने पर नाज़ भी हैं, उस पुरानी डायरी की धूल की कसम, ...
बस उसी की जुस्तजू जारी है। बस उसी की जुस्तजू जारी है।